भारत ने चीनी निर्यात में वित्त वर्ष 2013-14 के 1,177 मिलियन डॉलर के मुकाबले साल 2021-22 में 291 प्रतिशत की आश्चर्यजनक वृद्धि दर्ज की गई है जो वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान 4600 मिलियन डॉलर तक पहुंच गई है। डीजीसीआईएंडएस के मुताबिक, भारत ने विश्व भर के 121 देशों को चीनी का निर्यात किया है पिछले वित्त वर्ष की तुलना में चीनी निर्यात में 65 प्रतिशत का उछाल दर्ज किया गया है। वहीं विश्वस्तर पर भारत ब्राजील के बाद दूसरा सबसे बड़ा चीनी उत्पादक देश बन सकता है।
डीजीसीआईएंडएस के मुताबिक
डीजीसीआईएंडएस की ओर से जारी ताजा आंकड़ो के अनुसार, भारत ने वित्त वर्ष 2019-20 के दौरान 1965 मिलियन डॉलर के बराबर की चीनी निर्यात की थी वहीं वित्त वर्ष 2020-21 में 2790 मिलियन डॉलर रहा था, जो वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान 4600 मिलियन डॉलर तक पहुंच गया है

भारत चीनी का निर्यात कहां कहां करता है।
वित्त वर्ष 2021-22 में अप्रैल से फरवरी के दौरान, भारत ने इंडोनेशिया को 769 मिलियन डॉलर के बराबर का चीनी निर्यात किया है, जिसके बाद बांग्लादेश को 561 मिलियन डॉलर और सूडान को 530 मिलियन डॉलर चीनी निर्यात किया है। इन देशों के अलावा भारत ने सोमालिया, सऊदी अरब, मलेशिया, श्रीलंका, अफगानिस्तान, इराक, पाकिस्तान, नेपाल, चीन आदि देशों में भी चीनी का निर्यात किया है
भारत में किन राज्यों में होता है चीनी का उत्पादन
चीनी के उत्पादन की बात करें तो.. उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र तथा कर्नाटक की देश में कुल चीनी उत्पादन में लगभग 80 प्रतिशत की हिस्सेदारी है। देश के अन्य प्रमुख गन्ना उत्पादक राज्यों में आंध्र प्रदेश, गुजरात, मध्य प्रदेश, ओडिशा, तमिलनाडु, बिहार, हरियाणा तथा पंजाब शामिल हैं।

5 सितंबर को कृषि उपज मंडियों में चीनी का भाव
इन दिनोंं कृषि उपज मंडियों में चल रहे चीनी के भाव की बात करें तो एगमार्कनेट के अनुसार…उत्तर प्रदेश की दादरी मंडी में 5 सितंबर को चीनी का भाव रहा 3780 रुपये। और गाजियाबाद मंडी में 5 सितंबर को चीनी 3800 रुपये पर बिकी।
वहीं लखीमपुर मंडी में चीनी के सौदे 5 सितंबर को 10 रुपये लुढ़क कर 3370 रुपये पर हुए।
मवाना मंडी में 5 सितंबर को भाव रहा 3750 रुपये। बात मुजफ्फरनगर मंडी में की करें तो… यहां 5 सितंबर को चीनी के सौदे 3750 रुपये पर हुए।