चालू खरीफ सीजन के दौरान मूंगफली का रकबा बीते साल से पीछे चल रहा है….कृषि मंत्रालय की ओर से 29 जुलाई को जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार… साल 2022 में खरीफ मूंगफली की बुवाई 37 लाख 41 हजार हेक्टेयर में हो चुकी है जबकि बीते साल इस दौरान मूंगफली की खेती 41 लाख 32 हजार हेक्टेयर में हुई थी। यानि इस साल मूंगफली का रकबा बीते साल के मुकाबले 3 हजार 92 हेक्टयेर पीछे चल रहा है।
एपीडा के मुताबिक मूंगफली का निर्यात
बात निर्यात की करे तों, एपीडा की ओर से जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक साल 2022 में अप्रैल से मई महीने के दौरान देश से होने वाले मूंगफली के निर्यात में कमी देखने को मिली है… बीते 2 महीने के दौरान मूंगफली का निर्यात 3 हजार टन से ज्यादा घटा है…. साल 2022 में अप्रैल से मई के दौरान मूंगफली का निर्यात 84 हजार 113 टन का हुआ है…जबकि बीते साल इस दौरान मूंगफली का निर्यात 87 हजार 368 टन रहा था।

कृषि मंत्रालय के मुताबिक मूंगफली की पैदावार
बता दें कि इस साल देश में मूंगफली की पैदावार में कमी देखने को मिल सकती है…घरेलू स्तर पर मूंगफली की उपज में 1 लाख 57 हजार टन की कमी आ सकती है… जिसका असर कृषि उपज मंडियों में मूंगफली के भाव पर पड़ सकता है…कृषि मंत्रालय की ओर से हाल ही में जारी तीसरे अग्रिम अनुमान के मुताबिक साल 2021-22 के दौरान मूंगफली की पैदावार 1 करोड़ 87 हजार टन होने का अनुमान जताया गया है जबकि बीते साल की समान अवधि के दौरान उपज 1 करोड़ 2 लाख 44 हजार टन की रही थी।