श्रीलंका अपने इतिहास के सबसे खराब आर्थिक संकट से गुज़र रहा है, जिसकी वजह से यह देश एक खतरनाक अराजकता की तरफ बढ़ता दिख रहा है। इस आर्थिक संकट की वजह से श्रीलंका में माहौल हिंसक होता जा रहा है। श्रीलंका में जिस तेज़ी से माहौल खराब हो रहा है उसे देखते हुए अब वहां पर प्रशासन ने हज़ारों पुलिसकर्मियों को तैनात कर दिया है। आर्थिक संकट से जूझ रहे इस देश में लोगों का गुस्सा लगातार बढ़ता जा रहा है।

शनिवार को उग्र प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति भवन पर हमला किया। जिस वक्त लोगों की उग्र भीड़ राष्ट्रपति आवास पर पहुंची उससे पहले ही गोटाबाया राजपक्षे किसी सुरक्षित स्थान पर जाकर छिप गए थे। मौजूदा समय में श्रीलंका की स्थिति को संभालने की ज़िम्मेदारी वहां के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे की है, जबकि प्रधानमंत्री विक्रमसिंघे ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। इस वक्त श्रीलंका के हालात जिस तरह से बिगड़ते जा रहे हैं उसे देखते हुए वहां सर्वदलीय सरकार की ज़रूरत है

फिलहाल श्रीलंका अब तक के सबसे भीषण आर्थिक संकट से जूझ रहा है। इस देश को बुनियादी ज़रूरतों को पूरा करने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। श्रीलंका में उग्र हिंसा और राजनीतिक अस्थिरता ने उसे खतरनाक अराजकता की ओर ढकेल दिया है।
यहां लोग पिछली कुछ समय से खाद्यान, पानी और बिजली और ईंधन जैसी बुनियादी चीज़ों की कमी का सामना कर रहे हैं। लोग लगातार श्रीलंका के मौजूदा राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे का विरोध कर रहे हैं, जबकि कुछ लोग ऐसे भी हैं जो यह चाहते है कि राजपक्षे अपने पद पर बने रहें। देश में इस मतभेद की वजह से अब वहां गृह युद्ध जैसे हालात बन गए हैं।