भारत में कई बार लोगों को आपने यह कहते सुना होगा कि यहां के शहर और गांव साफ सुथरे नहीं होते। दूसरे देशों से आने वाले लोगों की भी यही शिकायत होती है कि भारत के गांव और शहरों में काफी गंदगी होती है। ऐसे में अगर कोई हमें यह कहे कि एशिया का सबसे साफ सुथरा गांव भारत में है, तो शायद आप यकीन न करें, लेकिन यह बात बिल्कुल सच है।

एशिया का सबसे साथ सुथरा गांव
ज़्यादातर लोग यह बात नहीं जानते हैं कि भारत के मेघालय में मॉइलीलॉंन्ग नाम का एक गांव है जो भारत ही नहीं बल्कि एशिया का सबसे साफ-सुथरा गांव है। इस गांव में रहने वाले लोग साफ सफाई का इतना ज़्यादा ख्याल रखते हैं कि उन्होंने गांव के लिए कुछ नियम बनाए हुए हैं, जिसके तहत इस गांव में किसी का भी प्लास्टिक की थैली लाना और थूकना सख्त मना है। मेघालय की राजधानी शिलांग से करीब 80 किलोमीटर दूर इस गांव का नाम है मॉइलीलॉन्ग (Mawlynnong) जहां कुल 500 लोग रहते हैं। इस गांव में जानकर आप भी यह महसूस करेंगे कि एनवायरमेंट को क्लीन रखना कितना ज़रूरी है। आपको हमारी यह जानकारी कैसी लगी हमें कमेंट बॉक्स में ज़रूर बताएं।

इस गांव में रहने वाले लोगों को अपने गांव को साफ सुथरा रखने की आदत कई सालों से है। इस गांव को साफ रखने के लिए गांव के बच्चों से लेकर बुर्जगों तक हर कोई अपना योगदान देता है। इस गांव में हर कहीं बैंबू के डस्टबिन लगे हुए है, जहां कूड़े को फेंका जाता है। यानी यहां के कूड़ेदान भी इकोफ्रेंडली है। एशिया का सबसे साफ सुथरा गांव होने की वजह से टूरिस्ट भी इस गांव की खूबसूरती को देखने के लिए यहां आते हैं।

अगर कोई सैलानी यहां कूड़ा फैलाए, तो उसको यहां की साफ सफाई के लिए डोनेशन भी देनी पड़ती है। कुछ लोग तो यह भी मानते हैं कि यहां यूरोप के कुछ शहरों से भी ज़्यादा साफ सफाई है। इस गांव की साफ- सफाई से भारत के अन्य शहरों को भी सीख लेनी चाहिए और अपने शहर को खूबसूरत बनाने में हम सभी को अपना योगदान देना चाहिए।