खाली समय में भला ताश से बेहतर टाइम पास क्या है। ताश का जादू आज भी लोगों के सिर चढ़कर बोलता है। फुर्सत के समय में अगर ताश की गड्डी का हाथ लग जाए, तो क्या बात है। आपने भी अपनी जिंदगी में कभी न कभी ताश ज़रूर खेली होगी। ताश की गड्डी में कुल 52 पत्ते होते हैं। इनमें हुकुम, चिड़ी, ईंट, और पान के 13-13 पत्तों में एक-एक पत्ता राजा (किंग) का होता है। यानि ताशी की पूरी गड्डी में आपको कुल 4 किंग के पत्ते मिलते हैं।

ऐसे में कभी आपके जहन में यह बात आई है कि आखिर पान की गड्डी में एक राजा की मूंछ क्यों नहीं होती। इस सवाल का जवाब काफी दिलचस्प है। दरअसल, कहा जाता है कि शुरुआत में सभी राजाओं की मूछें हुआ करती थीं, लेकिन एक समय ताश को डिज़ाइन करते समय गलती से किंग ऑफ़ हार्ट की मूंछें नहीं बनाई गई। इसके बाद यह सिलसिला जारी रहा और लाल पान के राजा के चेहरे से हमेशा के लिए मूंछ हट गई।

बताया जाता है कि ताश के पत्तों के यह राजा इतिहास के कुछ जाने माने राजाओं को समर्पित है। माना जाता है कि चिड़ी के राजा दुनिया को जीतने वाले राजा सिकंदर को समर्पित है, तो वहीं काला हुकुम का बादशाह प्राचीन काल के इजराइली राजा डेविड को, जबकि ईंट या डायमेंड वाले बादशाह रोम के राजा सीजर को समर्पित है।

भले ही बहुत से लोग ताश खेलना पसंद करते हों, लेकिन उससे जुड़ी ये जानकारी कम ही लोगों के पास है।