राजस्थान के उदयपुर में दो लोगों ने एक दर्जी की कथित तौर पर हत्या कर दी, जिसके बाद राज्य में काफी तनाव बढ़ गया है। हत्यारों ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए कहा कि उन्होंने ऐसा ‘इस्लाम के अपमान का बदला लेने के लिए किया। फिलहाल, राज्य में इंटरनेट की सेवाओं को बंद कर दिया गया है और तनाव को देखते हुए, अगले एक महीने के लिए राजस्थान में धारा 144 लगा दी गई है।

इस बीच बताया जा रहा है कि इस मामले की जांच करने के लिए अब NIA राजस्थान रवाना हो चुकी है। ऐसे में ज़रा समझ लेते हैं कि NIA की क्या ज़िम्मेदारी है और आखिर वह किन मामलों में जांच करती है।

NIA यानी नेशनल इनवेस्टीगेशन एजेंसी का गठन आतंकवादियों पर नकेल कसने के मकसद से किया गया है। इसे राष्ट्रीय जांच एजेंसी के नाम से भी जाना जाता है। NIA का गठन आतंकवाद का मुकाबला करने के मकसद से किया गया है। NIA के पास यह अधिकार है कि वह राज्यों से इजाज़त लिए बिना आतंकवाद से जुड़े मामलों की जांच करे। साल 2008 में मुंबई हमले के बाद आतंकवाद से जुड़े मामलों के लिए एक खास एजेंसी की ज़रूरत महसूस हुई थी, जिसके बाद NIA का गठन किया गया था। NIA केंद्र सरकार के आधीन रहकर आतंकवादी गतिविधियों पर नज़र रखती है। NIA की जिम्मेदारी है कि वह आतंकवादी गतिविधियों पर नज़र रखे और उसे समाप्त करे। कोई भी राज्य सरकार NIA की जांच में हस्तक्षेप नहीं कर सकती।