देश से होने वाले मक्का के निर्यात में इजाफा देखने को मिला है वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान निर्यात में 7 गुना से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है। वाणिज्य मंत्रालय की संस्था एपीडा के अनुसार 2020-21 के दौरान देश से 28 लाख 79 हजार टन मक्का का निर्यात हुआ है जबकि वित्त वर्ष 2019-20 के दौरान देश से सिर्फ 3 लाख 70 हजार टन ही मक्का का निर्यात हो सका था।
वैश्विक बाजार में भारतीय मक्का की कीमत उचित लग रही है. और भारत अच्छी गुणवत्ता और मानक की मक्का को वाजिब दाम में वैश्विक बाजार में उपलब्ध करा रहा है. यही वजह है कि भारत के मक्का की मांग वैश्विक बाजार में बढ़ी है।
भारत ने मक्का का निर्यात किन देशों में किया।
भारत मक्का का निर्यात मुख्य रुप से वियतनाम, म्यानमार, मलेशिया, बांग्लादेश और नेपाल के अलावा दूसरे देशों में भी करता है।

मक्का का उपयोग
आपको बता दें कि भारत में मक्के की खेती साल भर की जाती है। यह मुख्य रूप से एक खरीफ फसल है मक्का भारत में चावल और गेहूं के अलावा मक्का भी एक महत्वपूर्ण अनाज की फसल है। यह देश के कुल खाद्यान्न उत्पादन का लगभग 10 प्रतिशत है। मनुष्यों के लिए मुख्य भोजन और पशुओं के लिए गुणवत्तापूर्ण फ़ीड के अलावा, मक्का हजारों औद्योगिक उत्पादों के लिए एक बुनियादी कच्चे माल के रूप में भी इस्तेमाल में लाई जाती है।

मक्का की पैदावार
वहीं बात मक्का की पैदावार की करें तो, इस साल घरेलू स्तर पर मक्का की रिकॉर्ड उपज होने का अनुमान जताया गया है. देश में इस साल मक्का की पैदावार बीते साल के मुकाबले 7 लाख 70 हजार टन ज्यादा हो सकती है। इसका असर कृषि उपज मंडियों में मक्का के भाव पर देखने को मिल सकता है। कृषि मत्रालय की ओर से हाल ही में जारी ताजा आकड़ो के अनुसार मक्का की कुल पैदावार 3 करोड़ 24 लाख टन के पार जा सकती है जबकि बीते साल इस दौरान मक्का की उपज महज 3 करोड़ 16 लाख 50 हजार टन ही रही थी।